
"अलाबामा
एंटीलोप" और
"बकआई
बुलेट" के
नाम से भी पुकारे जाने वाले
जेसी 1933 में
सुर्ख़ियों में आये जब उन्होंने
100 यार्ड
(91 मीटर)
की दौड़ में
तत्कालीन विश्व - रिकॉर्ड
की बराबरी करते हुए 9.4
सेकंड में दौड़
पूरी की. फिर
उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं
देखा. 25 मई
1935 को
मिशिगन के बिग - टेन
मीट में उन्होंने एक ही दिन
में तीन विश्व - रिकॉर्ड
तोड़े और चौथे की बराबरी की -
100 यार्ड की दौड़
में विश्व - रिकॉर्ड
की बराबरी, लॉन्ग
जम्प में विश्व - रिकॉर्ड
बनाया (जो
अगले 25 साल
तक उनके ही नाम रहा), 220
यार्ड की दौड़
और 220 यार्ड
की बाधा दौड़ में विश्व -
रिकॉर्ड अपने
नाम किया.
और
फिर आया 1936 का
बर्लिन ओलंपिक. जर्मन
चांसलर हिटलर, के
'आर्य
नस्ल की श्रेष्ठता'
सिद्धांत को
पूरी तरह गलत साबित करते हुए
जेसी ओवन्स ने चार स्पर्धाओं
में स्वर्ण पदक जीते. ये
स्पर्धाएं थीं - 100 मीटर
दौड़, 200 मीटर
दौड़, 4 X 100 मीटर
रिले दौड़ और लॉन्ग जम्प.
लॉन्ग जम्प
में जेसी के प्रतिद्वंदी थे
जर्मनी के ही लुज़ लोंग.
प्रारंभिक
राउंड में लुज़ लोंग ने 7.25
मीटर की जम्प
लगाकर ओलिम्पिक रिकॉर्ड बनाया
वहीँ दूसरी ओर जेसी ओवन्स ने
लगातार दो बार फ़ाउल कर दिया,
जम्प के पहले
दौड़ते वक़्त उनका पैर स्टार्ट
लाइन को क्रॉस कर जाता था.
जेसी ओवन्स
काफी निराश होकर फील्ड में
ही बैठ गये थे. अब
एक ही प्रयास बचा था जिसमें
अगले राउंड के लिये क्वालीफाई
करने के लिए कम से कम 7.15
मीटर की जम्प
लगानी थी और इस बार अगर फ़ाउल
हो जाता तो जेसी प्रारंभिक
राउंड से ही बहार हो जाते.
लुज़ लोंग देख
रहे थे, वे
जेसी के पास गये और सलाह दी कि
'टेक –
ऑफ' लाइन
से कुछ इंच पहले से ही जम्प
लगायें, तब
भी क्वालीफाइंग दूरी तय कर
लेंगे. जेसी
ने लुज़ लोंग की सलाह मानी और
'टेक –
ऑफ' लाइन
से कुछ इंच पहले से ही जम्प
लगाई, फिर
भी अगले राउंड के लिए क्वालीफाई
कर गये. उसी
दिन हुए ऐतिहासिक फाइनल में
जेसी ओवन्स, लुज़
लोंग और अन्य प्रतिद्वंदी ने
ओलिम्पिक रिकॉर्ड पाच बार
तोड़ा. लुज़
लोंग ने 7.87 मीटर
की जम्प लगाईं, पर
स्वर्ण पदक जीता जेसी ओवन्स
ने 8.06 मीटर
की जम्प लगाकर. पदक
वितरण के पश्चात जेसी ओवन्स
और लुज़ लोंग बाँहों में बाहें
डाले ड्रेसिंग रूम तक साथ आये.
हिटलर के सामने
एक जर्मन का एक ब्लैक प्रतिद्वंदी
से मित्रता निभाना कितना
साहसिक कदम रहा होगा, आप
सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं.
इतिहास
के सफलतम एथलीट माने जाने जेसी
ओवन्स कि मृत्यु 1980
में फेफड़ों
के कैंसर से हुई थी. अमेरिका
ने उनके सम्मान में 1981
से "जेसी
ओवन्स अवार्ड” शुरू किया,
जो प्रतिवर्ष
अमेरिका के सर्वश्रेष्ट एथलीट
को दिया जाता है.
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